विटामिन ए की कमी के कारण बच्चे अंधेपन के शिकार हो सकते हैं। आंखों की रोशनी, शरीर के विकास और मजबूत रोग प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। हर किसी के लिए विटामिन ए आवश्यक है सबसे ज्यादा माँ और छोटे बच्चों के लिए। जिनसे भूख कम हो जाती है या विटामिन ए के अवशोषण की क्षमता कम होती है। तो आइये जानते है विटामिन ए से जुडी बाते-
विटामिन ए के स्रोत, फायदे लक्षण और रोग - Vitamin A Benefits, Sources , Symptoms & Diseases In Hindi
विटामिन ए के स्रोत - Sources of Vitamin A in Hindi
विटामिन ए के फायदे - benefits of Vitamin A in Hindi
विटामिन ए की कमी के लक्षण - Vitamin A deficiency symptoms In Hindi
विटामिन ए की कमी से होने वाला रोग - Vitamin A deficiency diseases in Hindi
विटामिन ए को कितना खाना चाहिए - How much vitamin A should eat in Hindi
विटामिन ए के स्रोत - Sources of Vitamin A in Hindi
विटामिन ए के अच्छे स्रोत: दूध, गाजर, मांस (यकृत),चुकंदर, शलजम, शकरकंद, मटर, टमाटर, शकरकंद, गाजर, ब्रोकली, कद्दू, साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, धनिया, गिरीदार फल, पीले या नारंगी रंग के फल, आम, तरबूत, पपीता, चीकू, कोर्नफ्लेकस, पनीर, सरसों, राजमा, बींस, अंडा आदि इन सभी में उचित मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है।
विटामिन ए के फायदे - benefits of Vitamin A in Hindi
यह विटामिन हमारे शरीर को बहुत सारे तरीको से फायदा देता है, इस विटामिन के बहुत सारे फायदे नीचे लिखे है-
- विटामिन ए कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है।
- आँखों की रोशनी तेज़ होती है।
- विटामिन ए से मांसपेशियाँ भी मजबूत बनती हैं।
- आँखों के रेटिना में पिगमेंट उत्पन्न करता है।
- हृदय रोग, अस्थमा और मधुमेह जैसे रोगों से बचाता है।
- शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूती मिलती है।
- त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहती है।
- शरीर की सभी हड्डियों को ताकत और मजबूती प्रदान करता है.
- स्नायु तंत्र और मांसपेशियों को ताकत देता है.
- दांतों और मसूड़ों को रोगों से बचा कर मजबूती देता है.
- प्रजनन तंत्र और पुरुषों में स्पर्म का उचित मात्रा में निर्माण करता है.
- विटामिन ए भ्रूण के सामान्य व्रद्धि और विकास के लिए जरूरी है.
- शरीर को ऊर्जा देने वाली सभी कोशिकाओं के निर्माण के लिए भी विटामिन ए की जरूरत होती है.
- गुर्दे की पथरी पाउडर बन कर शरीर से बाहर आ जाती है
विटामिन ए की कमी के लक्षण - Vitamin A deficiency symptoms In Hindi
जब हमारे शरीर में विटामिन ए की कमी होती है, तो हमें बहुत सारे लक्षण दिखाई पड़ने लगते है, जिसकी वजह से हम पहचान लगा सकते है, कि हमारे शरीर में विटामिन ए की कमी हो गई है, तो आइये जानते है, विटामिन ए के लक्षणों के बारे में-
- आँखों की रोशनी कम होना।
- आखों में आंसू न आना
- आखों में जख्म
- थकावट
- फटे हुए होठ
- मुंह में दाने निकलना
- दस्त
- मूत्राशय में संक्रमण
- योनि संक्रमण
- बच्चों का शरीरिक विकास रुक जाना
- श्वास नली के ऊपरी/निचले हिस्से में संक्रमण।
- घाव धीरे और देर से भरना।
विटामिन ए की कमी से होने वाला रोग - Vitamin A deficiency diseases in Hindi
लोगो में जब इस विटामिन की कमी हो जाती है, तो कुछ लोगो को इस बीमारी का सामना करना पड़ता है जैसे-
- रतौंधी
- अंधापन
- श्वसन प्रणाली में संक्रमण
- पेशाब की नली में संक्रमण
- एनीमिया
- रोग प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना
विटामिन ए को कितना खाना चाहिए - How much vitamin A should eat in Hindi
विटामिन ए दैनिक आवश्यकता आयु और सेहत के अनुसार बदलते रहता है। विटामिन ए के उपयोग से हमारी आँखों की रौशनी तेज होती है और आँखों की मांसपेशिया भी मजबूत बनती हैं। यह आंखों के रेटिना में रंग (Pigments) उत्पन्न करता है। विटामिन ए युक्त आहार के सेवन से हमारा शरीर और त्वचा स्वस्थ और जवान बनी रहती है। आइये जानते है उम्र के हिसाब से विटामिन ए की मात्रा-
- जन्म से 6 महीने के उम्र के शिशु को करीब 1333 आइ यु या 400 माईक्रोग्राम
- 6 से 12 महीने के उम्र के शिशु को करीब 1666 आइ यु या 500 माईक्रोग्राम
- 1 से 3 साल के बच्चे को करीब 1000 आइ यु या 300 माईक्रोग्राम
- 4 से 8 साल के बच्चे को करीब 1333 आइ यु या 400 माईक्रोग्राम
- 9 से 13 साल के बच्चे को करीब 2000 आइ यु या 600 माईक्रोग्राम
- 14 से 30 साल के पुरुष को करीब 3000 आइ यु या 900 माईक्रोग्राम
- 14 से 30 साल के महिला को करीब 2333 आइ यु या 700 माईक्रोग्राम
- गर्भ के दौरान करीब 2500 आइ यु या 750 माईक्रोग्राम
- स्तनपान के दौरान करीब 4000 आइ यु या 1200 माईक्रोग्राम