जम्मू-कश्मीर राज्य का सबसे बड़ा शहर 'श्रीनगर' झेलम नदी के दोनों किनारों पर फैला हुआ है। देव लोक सरीखा यह शहर समुद्रतट से 1768 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। चौथी व पाँचवीं शताब्दी में मुगलकालीन शासकों ने इस शहर में खूबसूरत झीलों, बागों व कलात्मक इमारतों का निर्माण करवाकर इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाए थे। यहां आकर पर्यटकों को ऐसा महसूस होता है जैसे वे 'इंद्रलोक' में आ गए हैं। यह शहर अपनी नगीन और डल जैसी मनोरम झीलों के लिए विश्व-भर में प्रसिद्ध है।
श्रीनगर के पर्यटन स्थल - Tourist places in Shringar in Hindi
डल झील, नगीन झील, वुल्लर झील, निशान बाग, शालीमार बाग, चश्मेशाही बाग, शंकराचार्य मंदिर, सारिका देवी मंदिर, हरी पर्वत किला, परी महल, हजरत बल दरगाह, पत्थर मस्जिद, शाह हमदान मस्जिद, चरार-ए-शरीफ, मट्टन, अवंतिपुर, अच्छाबल, अहरबल, वेरीनाग, कोकरनाग।
डल झील - Dal Lake Tourist place
यह झील श्रीनगर शहर के पूर्व में श्रीधरा पर्वत के चरणों में स्थित है। एक समय था जब यह झील विश्व की सुंदरतम झीलों में से एक मानी जाती थी, लेकिन आज इसका सौंदर्य खत्म-सा हो गया है। कभी यह झील 25 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई थी, लेकिन अब इसका क्षेत्रफल मात्र 12 वर्ग किलोमीटर रह गया है। इस झील की सबसे बड़ी खासियत यहां के 'हाउस बोट' व 'शिकारे' हैं। यहां हाउस बोट में रहने तथा शिकारे द्वारा पूरी डल झील की सैर करने का अपना ही मजा है। हाउस बोट व शिकारे के लिए मशहूर यह झील किसी समय पूरे विश्व की सबसे सुंदरतम झीलों में से एक थी
नगीन झील - Nigeen Lake Tourist place
शहर से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह झील अपने नीले पानी और अंगूठी के आकार के वृक्ष समूहों के कारण विश्व प्रसिद्ध है। यह झील डल झील का ही एक हिस्सा है। यहां बड़ी मात्रा में लग्जरी हाउस बोट हैं, जिनमें हर तरह की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त यहां तैराकी व वाटर स्कीइंग की सुविधाएँ भी मौजूद हैं।
वुल्लर झील - Wular Lake Tourist place
यह एशिया की सबसे बड़ी झील है। श्रीनगर से इसकी दूरी लगभग 60 किलोमीटर है। यह झील 125 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है।
निशात बाग - Nishat Garden Tourist place
यह बाग डल झील और जबखान पहाड़ों के बीच बना है। इस बाग का निर्माण नूरजहां के भाई आसिफ खान ने करवाया था। यहां से पीरपंजाल पर्वत शृंखलाएं बहुत खूबसूरत दिखाई देती हैं। डल झील और जबखान पहाड़ों के बीच बना निशात बाग बहुत ही सुंदर है
शालीमार बाग - Shalimar Bagh Mughal Garden Tourist place
यह भाग डल झील से सटा हुआ है। इसका निर्माण शहशाह जहांगीर ने अपनी बेगम नूरजहाँ के लिए करवाया था। इस बाग में चिनार के पेड़ों की छटा देखते ही बनती है।
चश्मेशाही बाग - Chashma Shahi Garden Tourist place
यह बाग श्रीनगर का पहला मुगल बाग माना जाता है। यह शहर की सबसे ऊंची जगह पर स्थित है। यहां एक प्राकृतिक झरना भी है, जिसका नैसर्गिक सौंदर्य सैलानियों को मंत्र मुग्ध कर देता है।
शंकराचार्य मंदिर - Shankaracharya temple Tourist place
इस मंदिर का निर्माण महाराजा अशोक के बेटे झालुका ने ईसा से 200 वर्ष पूर्व करवाया था, लेकिन आज मंदिर का जो ढाँचा है, उसका निर्माण जहांगीर के शासनकाल में किसी हिन्दू ने करवाया था। धार्मिक महत्त्व के अलावा इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह शहर से 1000 फुट की ऊंचाई पर 'तख्त-ए-सुलेमानी' नामक पहाड़ी पर बना है। यहां से पीरपंजाल पर्वत की पूरी श्रृंखला और श्रीनगर का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है।
सारिका देवी मंदिर - Sarika Devi Temple Tourist place
यह मंदिर श्रीनगर से 25 किलोमीटर दूर हरी पर्वत पर स्थित है। अमरनाथ गुफा के बाद कश्मीर का सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल यह मंदिर ही है।
हरी पर्वत किला - Hari Parbat Tourist place
यह किला शरीका पर्वत पर स्थित है। इसका निर्माण शासक अता मुहम्मद खान ने करवाया था, जबकि इसकी चारदीवारी का निर्माण अकबर ने करवाया था। इस किले के चारों ओर बादाम के बाग हैं, जिनकी प्राकृतिक छटा पर्यटकों का मन मोह लेती है। इस किले में जाने के लिए पुरातत्व विभाग की अनुमति लेनी पड़ती है, जिसका कार्यालय लाल मंडी चौंक पर है।
परी महल - Pari Mahal Tourist place
यह महल कभी बौद्ध मठ हुआ करता था। श्रीनगर से इसकी दूरी लगभग 11 किलोमीटर है।
हजरतबल दरगाह - Hazratbal Dargah Tourist place
सफेद संगमरमर से बनी यह दरगाह डल झील के पश्चिमी किनारे पर के सामने स्थित है। कश्मीर के इतिहास में यह दरगाह महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है। क्योंकि हजरत मोहम्मद की निशानी के तौर पर उनका एक बाल यहां सुरक्षित है। जिसका प्रदर्शन खास मौकों पर किया जाता है।
पत्थर मस्जिद - Pathar Ki Mosque Tourist place
शहर से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस मस्जिद का निर्माण नूरजहाँ ने सन् 1623 में करवाया था। यह मस्जिद अन्य मस्जिदों की अपेक्षा पूरी तरह से पत्थरों की बनी हुई है, इसलिए इसे पत्थर मस्जिद कहा जाता है।
शाह हमदान मस्जिद - Shah Hamdan Tourist place
झेलम नदी के किनारे पर स्थित यह मस्जिद श्रीनगर की सबसे पुरानी मस्जिद है। यों तो यहां तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग भी है, लेकिन झेलम नदी से शिकारे द्वारा यहां पहुंचने का अपना ही मजा है।
चरार-ए-शरीफ - Charar-i-Sharief Tourist place
यह दरगाह यूसमर्ग के रास्ते में स्थित है। यूं तो यह प्रसिद्ध सूफी संत शेख नूरुद्दीन की दरगाह है, लेकिन इसे संत नंद ऋषि के नाम से भी जाना जाता है।
मट्टन - Matan Tourist place
हिंदुओं का पवित्र स्थान मटन श्रीनगर से 61 किलोमीटर दूर है। यहां एक खूबसूरत झरना है, जो पर्यटकों को बरबस ही आकर्षित करता है। पर्यटक इसकी संदरता को देखकर आश्चर्यचकित रह जाते हैं।
अवंतिपुर - Awantipora Tourist place
यह स्थल श्रीनगर से 29 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां अवंति वर्मा के शासनकाल के खंडहर विद्यमान हैं। ।
अच्छाबल - Achabal Tourist place
यह स्थल श्रीनगर से 58 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह नूरजहां के पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। यहां कई मुगल बाग हैं, जो अपनी प्राकृतिक छटा व मनोहारी दृश्यों के लिए पर्यटकों द्वारा सराहे जाते हैं।
अहरबल - Aharbal Tourist place
श्रीनगर से 51 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अहरबल की समुद्रतल से ऊंचाई 2400 मीटर है। यहां एक ऐसा झरना है जो 24.4 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है। पर्यटक इसी झरने को देखने के लिए दूर-दूर से यहां आते हैं।
वेरीनाग - Verinag Tourist place
झेलम नदी का उद्गम स्थल वेरीनाग श्रीनगर से 80 किलोमीटर दूर है। यहां का शांत वातावरण व प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। पर्यटक यहां के मनोरम दृश्यों को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
कोकरनाग - Kokernag Tourist place
यह स्थल श्रीनगर शहर से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां कई खूबसूरत झरने हैं, जो पर्यटकों का मन मोह लेते हैं।
श्रीनगर कैसे जाएं?
वायु मार्ग : यदि आप वायु मार्ग द्वारा श्रीनगर जाना चाहते हैं, तो देश के प्रमुख शहरों से यहां के लिए इंडियन एयरलाइंस, जेट एयरवेज की सीधी उड़ानें हैं। यदि आप वायु मार्ग से जाते है तो आपका टाइम कम लगने के साथ-साथ आपको थकान भी कम होगी जिसकी वजह से आपको ज़्यादा से ज़्यादा मज़ा आएगा ।
रेल मार्ग : श्रीनगर का निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू है, जो लगभग 300 किलोमीटर दूर है। देश के सभी प्रमुख शहरों से जम्मू शहर के लिए रेल सेवाएं उपलब्ध हैं। दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, चेन्नई, भोपाल, कोलकाता तथा कन्याकुमारी से जम्मू के लिए सीधी रेल सेवाएँ हैं।
सड़क मार्ग : श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा हुआ है, इसलिए देश के प्रमुख शहरों से यहां के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
कब जाएं?
गर्मियों के मौसम में यहां 29.5°C अधिकतम तथा 10.6°C न्यूनतम तापमान रहता है। सर्दियों में अधिकतम 7.3°C तथा न्यूनतम 0°C से 2°C कम होता है। सर्दी यहां हर समय रहती है, इसलिए आप जब भी श्रीनगर जाएं तो अपने साथ गर्म कपड़े जरूर ले जाएं।