उत्तराखण्ड प्रदेश के हरिद्वार जनपद के अंतर्गत आने वाला, ऋषिकेश एक प्राचीन नगर व धार्मिक स्थान है। यह रमणीक स्थल हरिद्वार से केवल 24 किलोमीटर दूर है। यह नगर गंगा के दाएं किनारे पर स्थित है। यहां गंगा नदी पर्वतों को छोड़कर मैदानी भाग में उतरती है। यहां की हरियाली व गंगा का पावन जल पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। मंदिरों व आश्रमों के लिए विश्व में प्रसिद्ध इस नगर में साल-भर सैलानियों के आने का तांता लगा रहता है।
ऋषिकेश के पर्यटन स्थल - Tourist places in Rishikesh in hindi
लक्ष्मण झूला, शिवानंद झूला और कैलाशानंद मिशन।
ऋषिकेश समीपवर्ती - नरेंद्रनगर (ऋषिकेश से 15 किलोमीटर दूर), दर्शनीय स्थल कुंजापुरी, देवप्रयाग।
लक्ष्मण झूला - Laxman Jhula Tourist place
जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि यह एक झूलने वाला पुल है। यह अद्भुत झूलता हुआ पुल गंगा नदी के ऊपर बना हुआ है। इसका निर्माण सन् 1939 में किया गया था। यहां स ऋषिकेश शहर एवं गंगा का सौंदर्य निहारा जा सकता है। ऋषिकेश से इस पुल की दूरी मात्र 3 किलोमीटर है।
शिवानंद झूला - Shivanand Jhula Tourist place
शिवानंद आश्रम व स्वर्ग आश्रम के बीच बना यह झूला लक्ष्मण झूले की तरह है। इसे 'राम झूला' के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण लगभग 10 साल पहले हुआ था।
कैलाशानंद मिशन - Kailashananda Mission Trust Tourist place
यह आश्रम मनीकुट पर्वत पर बना हुआ है। यहां प्राकृतिक विधियों द्वारा विभिन्न रोगों का इलाज किया जाता है। यहां के सुंदर बाग-बगीचे देखने लायक हैं।
नरेंद्र नगर - Narendra Nagar Tourist place
एक खूबसूरत पहाड़ी पर बसा 'नरेंद्र नगर' ऋषिकेश से मात्र 15 किलोमीटर दूर हैं। इस नगर की स्थापना टिहरी के राजा नरेंद्र शाह ने की थी। यहां का राजमहल स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है। यहां स्थापित नंदी बैल की खूबसूरत प्रतिमा भी देखने योग्य है।
कुंजापुरी - Kunjapuri Tourist place
समुद्र-तल से 7000 फुट की ऊंचाई पर स्थित यह स्थल पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां से पर्वतों व घाटियों के दृश्य पर्यटकों का मन मोह लेते हैं।
देव प्रयाग - Devprayag Tourist place
देव प्रयाग उत्तराखण्ड के पांच प्रयागों में एक है। यह तीर्थ-स्थल ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर अलकनंदा के संगम तट पर बसा हुआ है। यहां वन्य जीवन का भरपूर लुत्फ उठाया जा सकता है।
ऋषिकेश कैसे जाएं?
रेल मार्ग : ऋषिकेश हरिद्वार से केवल 24 किलोमीटर दूर है। यह रेल मार्ग द्वारा हरिद्वार से जुड़ा हुआ है, इसलिए यहां रेलगाड़ियों द्वारा सुगमता से पहुंचा जा सकता हैं।
सड़क मार्ग : सड़क मार्ग से ऋषिकेश देश के सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, आगरा, देहरादून, मसूरी, चंडीगढ़, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, गढ़वाल, हरिद्वार आदि शहरों से यहां के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं। बद्रीनाथ व केदारनाथ जाने के लिए यहां से टैक्सी की सुविधा भी उपलब्ध हैं।
कब जाएं?
ऋषिकेश घूमने के लिए हरिद्वार पर्यटन के दौरान ही प्रोग्राम बनाया जा सकता है। और हरिद्वार ठहरकर यहां घूमकर एक दिन में वापस भी जाया जा सकता है। मौसम के लिहाज से यहां सितंबर से नवंबर और मार्च से जून तक का समय घूमने के लिए अच्छा है।