देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में नैनीताल का अपना महत्त्वपूर्ण स्थान है।। " सरोवर नगरी' के नाम से जाना जाने वाला यह शहर देश में तो प्रसिद्ध है ही, साथ - साथ खूबसूरती के चर्चे विदेशों में भी दूर-दूर तक फैले हुए हैं। कहा जाता है कि इस मनोहारी स्थल की खोज बैरन नाम के ब्रिटिश सन 1841 में की थी। समुद्र-तल से 1938 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस शहर अंग्रेजों के शासनकाल में ग्रीष्मकालीन राजधानी होने का गौरव भी प्राप्त था। यहां पहाड़ियों पर बने छोटे-छोटे घर और उनके मध्य हरे-भरे पेड़ों के पर्यटकों को लुभाने के साथ-साथ उनका मन भी मोह लेते हैं। रात्रि में इस खूबसूरती देखने लायक होती है।
नैनीताल के पर्यटन स्थल - Tourist places in Nainital in Hindi
नैनी झील, नैना देवी का मंदिर, नैना पीक, माल रोड, चिड़ियाघर, स्नो व्यू, रोपवे (उड़न-खटोला), हनुमान गढ़ी, वेधशाला, भीमताल, सातताल, नौकुचियाताल, मुक्तेश्वर, रामगढ़, रामनगर
नैनी झील - Nainital Lake Tourist place
शहर के बीचोबीच तलहटी पर बनी यह प्राकतिक झील 'ऋषि सरोवर' के नाम त भी जानी जाती है। यहां बोटिंग करने का अपना ही मजा है।
नैना देवी का मंदिर - Naina Devi Temple Tourist place
यह भव्य व आकर्षक मंदिर नैनी झील के किनारे पर बना है, कहा जाता है कि नैना देवी के नाम पर ही नैनीताल का नामकरण किया गया था। नैना देवी के इस मंदिर की अपनी धार्मिक महत्ता है।
नैना पीक - Naina Peak Tourist place
'नैना पीक' नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी है। यूं तो 2611 मीटर ऊंची इस चोटी पर पहुंचने के लिए टट्टू व खच्चरों की व्यवस्था है, लेकिन ट्रैकिंग द्वारा यहां पहुंचने का अपना ही मजा है। यहां खाने-पीने की सुविधा न होने के कारण पर्यटकों को खाने-पीने का सामान अपने साथ लेकर चलना पड़ता है। इस चोटी से नैनीताल का विहंगम दृश्य बहुत ही आकर्षक दिखाई देता है।
माल रोड - Mall Road Tourist place
यह सड़क मल्लीताल व तल्लीताल को आपस में जोड़ती है। यहां नव-विवाहित जोड़े बांहों में बांहें डाले दीन-दुनिया से बेखबर घूमते दिखाई देते है।
चिड़ियाघर - Zoo Tourist place
नैनीताल से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस चिडियाघर में पहाडी सा मालू, चीता, बाघ, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, हिरन आदि जानवर देखे जा सकते है। यहाँ से मल्लीताल एवं उसके आस-पास का नजारा बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है।
स्नो व्यू - Snow View Tourist place
स्नो व्यू नाम से ही स्पष्ट है कि यहां से हिमालय की कई चोटियों को देखा है। शहर से यह ढाई किलोमीटर दूर है। यह दूरी आप घोड़ों के अलावा पैदल की कर सकते हैं। यहां खाने-पीने के लिए पर्याप्त रेस्तरां उपलब्ध हैं।
रोपवे (उड़न-खटोला) - Udan Khatola Tourist place
मल्लीताल से स्नो व्यू तक रोपवे द्वारा भी पहुंचा जा सकता है। रोपवे से स्नो व्यान जाने के लिए टिकट लेकर भी इंतजार करना पड़ता है, फिर भी इसकी यात्रा का और ही आनंद है।
हनुमान गढ़ी - Hanuman Garhi Tourist place
नैनीताल से 3 किलोमीटर की दूरी पर हनुमानगढ़ी 1,951 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान मंदिरों के साथ-साथ अपने सूर्यास्त के सुंदर दृश्य के लिए भी जाना जाता है।
वेधशाला - Observatory Tourist place
यह वेधशाला देश की आधुनिकतम वेधशालाओं में एक है। यहां से आप दूरबीन की सहायता से विभिन्न ग्रहों, उपग्रहों व सितारों को देख सकते हैं। नैनीताल से इसकी दूरी लगभग 7 किलोमीटर है।
भीमताल - Bhimtal Tourist place
नैनीताल से 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भीमताल के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण महाभारत काल में हुआ था। इस ताल (झील) के बीच में एक टापू पर बना रेस्तरां पर्यटकों को दूर से आकर्षित करता है। इस झील में आप बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं।
सातताल - Sattal Tourist place
नैनीताल से 22 किलोमीटर दूर 7 तालों की एक खूबसूरत जगह है, जिसे सातता के नाम से जाना जाता है। यहां हरे-भरे जंगल के मध्य में स्थित ये ताल पर्यटको का मन मोह लेती हैं। यहां एक टूरिस्ट बंगला भी है, जहां ठहरा जा सकता है।
नौकुचियाताल - Naukuchia Taal Tourist place
भीमताल से 4 किलोमीटर की दूरी पर नौकुचिया ताल है। पर्यटन व जल क्रीड़ा यह उत्तम स्थल है। इस ताल (झील) के 9 कोने होने की वजह से इसका नाम नौकुचियाताल पड़ा है। पर्यटक यहां पैराग्लाइडिंग के रोमांच का भी अनुभव कर सकत है।
मुक्तेश्वर - Mukteshwar Tourist place
यह रमणीक स्थल नैनीताल से 52 किलोमीटर दूर है। यहां से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियां बहुत आकर्षक दिखाई देती हैं। यहां भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान का एक मुख्यालय भी है।
रामगढ़ - Ramgarh Tourist place
रामगढ़ में सेबों के बगीचे देखने योग्य हैं। नैनीताल से यह 26 किलोमीटर दूर है। कहा जाता है कि रवींद्रनाथ टैगोर ने 'गीतांजलि' की रचना इसी मनोहारी स्थल पर की थी।
रामनगर - Ramnagar Tourist place
नैनीताल से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रामनगर में गर्जिया का मंदिर विशष रूप से दर्शनीय है। कार्बेट नेशनल पार्क रामनगर से लगभग 50 किलोमीटर दूर है। काबेट नेशनल पार्क में आप वन्य जीवों को बेहद करीब से जंगलों में विचरते देख सकते हैं।
नैनीताल कैसे जाएं?
रेल मार्ग : निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो नैनीताल से 35 किलोमीटर दूर है। काठगोदाम से नियमित बसें व टैक्सियां नैनीताल के लिए उपलब्ध रहती हैं।
सड़क मार्ग : समीपवर्ती प्रदेशों से नैनीताल के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके आप कंडक्टेड टुअर्स से भी यहां जा सकते हैं।
कब जाएं?
बरसात के मौसम को छोड़कर नैनीताल कभी भी जाया जा सकता है। गर्मियों में हल्क ऊनी कपड़े तथा सर्दियों में अधिक गर्म कपड़े अपने साथ जरूर ले जाएं।