हिमालय पर्वत की बांहों में बसी ‘पर्वतों की रानी' मसूरी अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण प्रकति प्रेमी पर्यटकों की पहली पसंद है। वैसे तो इसकी खोज मेजर हिमरसे ने सन 1811 में की थी, लेकिन इसकी स्थापना का श्रेय अंग्रेजी सेना के कप्तान यंग को दिया जाता है। सन् 1827 में कप्तान यंग यहां शिकार खेलने आया था। तब उसे यहां की आबोहवा इस कदर भाई थी कि उसने इस पर्वतीय नगर की आधारशिला रख दी थी। समद्र-तल से 2,000 मीटर की ऊंचाई पर बसा मसूरी अन्य हिल-स्टेशनों से सर्वथा भिन्न है, क्योंकि यह अब भी अपने पुराने आकर्षण को बनाए हुए है। आज मसूरी अति विकसित और आधुनिक पर्यटन स्थल है। यह सौंदर्य, शिक्षा, पर्यटन, व्यावसायिक आदि गतिविधियों के लिए विख्यात है। वर्ष-भर यहां सैलानियों का तांता लगा रहता है।
मसूरी के पर्यटन स्थल - Tourist places in Mussoorie in hindi
गन हिल, कैमल्स बैक रोड, लंढोर बाजार, लाल टिब्बा, कैंपटी फाल, लेकमिस्ट, मसूरी झील, म्यूनिसिपल गार्डन, तिब्बती मंदिर, क्लाउड एंड एवं भट्टा फाल।
मसूरी समीपवर्ती स्थल : यमुना ब्रिज (मसूरी से 27 किमी दूर), नाग टिब्बा, धनोल्टी।
गन हिल - Gun Hill Tourist place
यह मसूरी की दूसरे नंबर की सर्वाधिक ऊंची चोटी है। अंग्रेजों के शासनकाल में समय का पता लगाने के लिए दोपहर को ठीक 12 बजे यहां रखी एक तोप दागी जाती थी। इसी वजह से इस पहाड़ी का नाम ‘गन हिल' पड़ गया। समुद्र-तल से इसकी ऊंचाई 2143 मीटर व रोपवे से इसकी दूरी 400 मीटर है। गन हिल से जहां एक ओर हिमालय की गगनचुम्बी चोटियां दिखाई देती हैं, वहीं दूसरी ओर दून घाटी के अद्भुत सौंदर्य का नजारा भी देखने को मिलता है। रोपवे से यहां तक पहुंचने का अपना ही मजा है।
कैमल्स बैक रोड - Camels Back Rd Tourist place
यह सड़क घुड़सवारी व सैर करने के लिए अति उत्तम है। इस रास्ते पर पहाड़ी का आकार कुछ-कुछ ऊंट की पीठ की तरह दिखाई देता है, इसलिए यह 'कैमल्स बैक रोड' नाम से जाना जाता है। यहां जगह-जगह पर थकान मिटाने के लिए तथा कुदरती नजारों का आनद लेने के लिए हवा-घर बने हुए हैं। यहां सैर करने का अपना ही आनंद है।
लंढोर बाजार - Landour Bazaar Tourist place
पुराने समय की शान लिए यह बाजार लगभग 1 मील लंबा है। इस बाजार में कहीं आयातित सामान की दुकानें दिखाई देती हैं, तो कहीं विशद्ध भारतीय दुकाने। यहां 'सिस्टर बाजार' नाम की जगह से अंग्रेजों के जमाने की चीजें भी खरीदी जा सकती हैं।
लाल टिब्बा - Lal Tibba Tourist place
लाल टिब्बा' मसूरी की सबसे ऊंची चोटी है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई लगभग 2000 फुट है। यहाँ पर लगी एक बड़ी दूरबीन से गंगोत्री, बद्रीनाथ. नंदादेवी और श्रीकांत की चोटियों का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है।
कैंपटी फॉल - Kempty Falls ( Waterfall ) Tourist place
यह खूबसूरत पिकनिक स्थल मसूरी से 15 किलोमीटर दूर चकराता रोड पर स्थित है। यहां पर्वतों में से पांच अलग-अलग धाराओं में विभक्त होता झरना पर्यटकों को खूब भाता है। अंग्रेज अपनी चाय-दावत इसी स्थान पर किया करते थे, इसलिए इस फाल का नाम कैंपटी (कैंप + टी) फॉल है।
लेकमिस्ट - Lakemist Tourist place
लेकमिस्ट मसूरी कैंपटी मार्ग पर स्थित है। यह एक मनमोहक पिकनिक स्थल है। यहां एक कृत्रिम झील है, जहां नौकायन की व्यवस्था भी है।
मसूरी झील - Mussorrie Lake Tourist place
यह झील मसूरी से 7 किलोमीटर दूर मसूरी -देहरादून मार्ग पर स्थित है। यहाँ नौकायन का अपना ही मजा है। यहां से दून घाटी की सुन्दरता देखते ही बनती है।
म्युनिसिपल गार्डन - Municipal Garden Tourist place
मसूरी के म्यूनिसिपल गार्डन को 'कंपनी गार्डन' के नाम से भी जाना जाता हैं। आजादी से पहले इस गार्डन का नाम बोटेनिकल गार्डन था। यहां एक कृत्रिम झील भी है, जहां पर्यटक नौकायन का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।
तिब्बती मंदिर - Tibetan Temple Tourist place
यह मंदिर एकेडमी से ढाई किलोमीटर दूर है। बौद्ध सभ्यता की गाथा कहता यह मंदिर पर्यटकों को दूर से ही आकर्षित करता है। यहां कुछ ड्रम लगे हुए हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि इन्हें घुमाने से मनोकामना पूर्ण होती है।
क्लाउड एंड - Cloud End Tourist place
क्लाउड एंड मसूरी हिल से 8 किलोमीटर दूर है। क्षितिज के छोरों पर बसा यह होटल चारों ओर से घने जंगलों से घिरा हुआ है। यह स्थल हनीमून मनाने आए नव-विवाहितों को बेहद पसंद आता है।
भट्टा फाल - Bhatta Fall Tourist place
यह झरना मसूरी देहरादून मार्ग पर मसूरी से 7 किलोमीटर दूर है। पिकनिक मनाने के लिए यह एक आदर्श जगह है।
यमुना ब्रिज - Yamuna Bridge Tourist place
यमुना ब्रिज मसूरी से लगभग 27 किलोमीटर की दूरी पर पर चकराता रोड पर स्थित है। यहां मछलियों का शिकार किया जाता है, लेकिन इसके लिए डिविजनल फारेस्ट ऑफिसर से अनुमति लेना अनिवार्य है।
नाग टिब्बा - Nag Tibba Tourist place
यह स्थल मसूरी से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। यह स्थान ट्रैकिंग के लिए आदर्श जगह है। इसकी ऊंचाई लगभग 10,000 फुट है। यहां रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है।
धनोल्टी - Dhanaulti Tourist place
यह स्थल मसूरी से लगभग 25 किलोमीटर दूर है। यहां ठहरने का बढ़िया इंतजाम है। यहां आते वक्त जंगलों से घिरी हिमालय की खूबसूरत वादियां पर्यटकों का मन मोह लेती है। यहां पहुंचकर सैलानी यहां के सुंदर-सुंदर माहौल में खो-से जाते हैं।
मसूरी कैसे जाएं?
रेल मार्ग : निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून है, जो मसूरी से 35 किलोमीटर दूर है। देहरादून के प्रमख नगरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। देहरादून से मसूरी पहुंचने के लिए लोकल बसें व टैक्सी सुविधा उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग : मसूरी देश के कई बड़े शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। समीपवर्ती प्रदेशों से यहां के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
कब जाएं?
गर्मियों के मौसम में यहां भीड़-भाड़ रहती है, इसलिए अक्टूबर से दिसंबर तक का समय घूमने के लिए ठीक है। जनवरी-फरवरी में यहां बहुत बर्फ गिरती है।