उत्तराखण्ड के चार धामों में केदारनाथ सबसे महत्त्वपूर्ण धाम है। मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित इस धाम की समुद्र-तल से ऊंचाई लगभग 3581 मीटर है। यहां विशाल पत्थरों को तराशकर बनाया गया केदारनाथ मंदिर स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है । इस मंदिर के आस-पास के स्थानों का भ्रमण करके पर्यटक यहां की प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद उठा सकते हैं।
केदारनाथ के पर्यटन स्थल - Tourist places in Kedarnath in hindi
केदारनाथ मंदिर, वासुकी ताल, ऊखी मठ, देवरिया ताल, गौरी कुंड।
केदारनाथ मंदिर Kedarnath Temple Tourist place
हिमालय की खूबसूरत वादियों में एक चौड़े पत्थर पर बने इस खूबसूरत मंदिर की गिनती देश के प्रमुख मंदिरों में होती है। प्रकृति ने भी इस मंदिर की सुषमा में चार चांद लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है । Tourist place
चोखाड़ी ताल Chaukhandi Tourist place
मंदिर से 4 किमी. की दूरी पर प्राकृतिक रूप से बना यह बर्फीला सरोवर दर्शनीय है ।यहाँ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अस्थि, भस्मि प्रवाहित की गई थी, इसलिए इसे गांधी ताल भी कहते हैं। केदारनाथ धाम स्थित शंकराचार्य की समाधि दर्शनीय है।
शंकराचार्य समाधि Adi Shankaracharya Samadhi Tourist place
कहते हैं 8वीं शताब्दी में आदिगुरु शंकराचार्य ने इस धाम में आकर मंदिर के दर्शन किए थे व 32 वर्ष की उम्र में यहां समाधि ली थी। यह समाधि दर्शनीय है।
त्रियुगीनारायण Triyuginarayan Tourist place
गौरीकुंड से 7 किमी. पीछे सोन प्रयाग स्टेशन से एक दूसरा मोटर मार्ग 6 किमी. बाद सुरम्य गांव त्रियुगीनारायण पहुंचा देता है। यहां केदारनाथ शैली का शिवमंदिर स्थापित है।
गुप्तकाशी Guptkashi Tourist place
केदारनाथ से 50 किमी. पीछे सुरम्य उपनगर है। गुप्त काशी में प्राचीन शिव-पार्वती मंदिर दर्शनीय है। यहां से चौखंभा शिखर के भव्य दर्शन होते हैं। यहां से एक मार्ग प्रसिद्ध सिद्धपीठ कालीमठ के लिए जाता है। यहां नगर में रहने, खाने की पर्याप्त सुविधाए हैं।
पंच केदार Panch Kedar Tourist place
केदारनाथ क्षेत्र के अंतर्गत 5 विशिष्ट स्थल (जिनमें केदारनाथ एक है) आज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सौंदर्य स्थल में गिने जाते हैं। दुर्गम सफर के कारण भले ही पर्यटक सीमित संख्या में यहां आते हैं पर जो भी इस स्वर्गिक क्षेत्र में आता है वह अनमोल जादुई सौंदर्य को देखकर ठगा-सा रह जाता है। बंगाली पर्यटकों में तो पंचकेदार घूमने का जुनून-सा रहता है। विदेशी पर्यटक भी यहां आना बहुत पसंद करते हैं।
वासुकी ताल Vasuki Taal Tourist place
'वासुकी ताल' चौखंबा पर्वत श्रृंखला से घिरी एक बहुत ही खूबसूरत झील है। समुद्र-तल से इसकी ऊंचाई लगभग 4135 मीटर है। केदारनाथ से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस झील तक पहुंचने के लिए कठिन चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। यहां पहुंचने से पहले आपको अपने साथ खाने-पीने और ठहरने का सामान (तंबू आद) अपने साथ अवश्य रख लेना चाहिए। बरसात के दिनों में यहां जाने के लिए मनाही रहती है।
ऊखीमठ Ukhimath Tourist place
केदारनाथ से 62 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थल बेहद शांत व रमणीक है। जब केदारनाथ मंदिर दर्शकों के लिए बंद कर दिया जाता है, तब उसकी पवित्र मूर्ति को ऊखी मठ की गद्दी में प्रतिष्ठित कर दिया जाता है। यहां खाने-पीने व ठहरने की उत्तम व्यवस्था है।
देवरिया ताल Deoria Taal Tourist place
समुद्र-तल से 2430 मीटर ऊंचाई पर स्थित यह झील केदारनाथ से 68 किलोमीटर दूर है। यहां से बर्फ से ढकी गगनचुम्बी चोटियों को देखने का अपना ही मज़ा है ।
गौरी कुंड Gaurikund Tourist place
यह स्थान गर्म पानी के स्रोतों के कारण प्रसिद्ध है। यहां मां पार्वती का भव्य मंदिर है, इसलिए यह स्थान गौरी कुंड के नाम से जाना जाता है। यहां खाने-पीने व रहने की उत्तम व्यवस्था है।
केदारनाथ कैसे जाएं?
सड़क मार्ग : केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए हरिद्वार से गौरी कुंड तक की लगभग 250 किलोमीटर की यात्रा बस द्वारा तय की जाती है। फिर गौरी कुंड से केदारनाथ तक की 14 किलोमीटर की यात्रा पैदल तय करनी पड़ती है।