बीरबल ने रास्ता छोटा बनाया-अकबर बीरबल की कहानी

Apr 09,2021 05:30 AM posted by Admin

एक बार शहंशाह अकबर अपने कुछ दरबारियों के साथ किसी दूर स्थान की ओर जा रहे थे। गर्मी बहत थी और बादशाह थकने लगे थे।क्या कोई इस रास्ते को छोटा नहीं कर सकता?" बादशाह ने चिढ़ कर पूछा"मैं कर सकता हूं हुजूर।" बीरबल ने कहा।सारे दरबारी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे। उनकी समझ में नहीं आया कि रास्ते को छोटा कैसे किया जा सकता है। उस ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी इलाके में और कोई रास्ता भी तो नहीं था। जिस रास्ते पर वे थे, बस वही उनकी मंजिल तक जाता था।


"तुम रास्ता छोटा कर सकते हो?" अकबर ने कहा, "ठीक है करके दिखाओ।"दिखाता हूं जहांपनाह।" बीरबल ने कहा, "परन्तु, पहले आप एक किस्सा सुन लीजिए।.बादशाह की पालकी के बगल में घोडे पर सवार हए बीरबल ने एक लम्बी, रोचक और पेंचदार कहानी सुनानी शुरू कर दी। बादशाह और सारे साथी कहानी सुनने में ऐसे मग्न हुए कि किसी को पता ही नहीं चला कि कब मंजिल आ गई।
"अरे, मंजिल तो आ गई!" अकबर ने खुश होकर कहा। "इतनी जल्दी!"जहांपनाह, आपने कहा था न कि रास्ता छोटा करना है।" बीरबल ने मुस्कुरा कर कहा।