दो गधों का भार-अकबर बीरबल की कहानी
Apr 09,2021 09:23 AM posted by Admin
एक बार की बात है, बादशाह अकबर और उसका पुत्र (सलीम) तथा बीरबल सुबह-सुबह पैदल ही महल के पास सैर करने के लिये निकले। सुबह की ठण्डी हवा उनको बहुत ही प्यारी लग रही थी। वह घूमते-घूमते काफी दूर निकल गये। वापिस आते समय सूर्य की धूप उन्हें चूभने लगी तो बादशाह ने अपना लिबास उतार कर बीरबल को पकड़ा दिया उस लिसाब को बीरबल ने आराम से कन्धों पर रख लिया। बादशाह को देखते-देखते साहिबजादे ने भी अपना लिबास उतार कर बीरबल को पकड़ा दिया।
बीरबल ने साहिबजादे का लिबास भी कन्धे पर रख लिया। यह देख कर बादशाह अकबर को मज़ाक करने की सूझी। वह हंस कर कहने लगा"बीरबल, अब तो तुम्हारे ऊपर एक गधे का भार पड़ गया होगा।" बीरबल ने आगे जल्दी से जवाब दिया-महाराज एक का नहीं दो गधा का भार पड़ गया है। इस तरह का हाजिर जवाब सुनकर बादशाह अकबर बहुत हैरान हुए।