अपराधी ने जूता मारने की गुजारिश की
Jun 13,2021 04:01 AM posted by Admin
जज: तुमने सरे आम बाजार में इतने बड़े आदमी को जूता मारकर इनका अपमान किया है, तुम पर पच्चीस रुपए का जुर्माना किया जाता है।
अपराधी: साहब, मेरे पास खुले पैसे नहीं हैं। पचास का नोट है, एक जूता और मार देता हूं।"