खूनी बवासीर (पाइल्स) के घरेलू उपचार - Home Remedies For Bleeding Piles In Hindi
Apr 15,2020 06:32 PM posted by Admin
बवासीर एक ख़तरनाक बीमारी है। जब बवासीर के साथ खून भी आए तो उसे खूनी बवासीर कहते है। खूनी बवासीर में किसी प्रकार की तकलीफ नहीं होती है केवल खून आता है। इसमें खून पहले मल के साथ आता है फिर टपक के, फिर पिचकारी की तरह से सिर्फ खून आने लगता है। इसके अन्दर मस्सा होता है। प्रारंभिक अवस्था में कुछ घरेलू उपायों द्वारा इस रोग की तकलीफों पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।
खूनी बवासीर के घरेलू उपचार - Home Remedies For Bleeding Piles In Hindi
1. नीबू काटकर दोनों फाँकों में पिसा हुआ कत्था भरें। फिर दोनों टुकड़े ओस में रख दे। सुबह दोनों टुकड़े चूस लें। इससे बवासीर से रक्त गिरना बन्द हो जायेगा।
2. सूखे आँवले को बारीक पीसकर एक चाय की चम्मच सुबह-शाम दो बार छाछ या दध से लेने से खूनी बवासीर में लाभ होता है।
3. सुबह-शाम ताजा पानी में 8 ग्राम अनार के पिसे हुए छिलकों की फंकी लें। रक्तस्रावी बवासीर में आराम मिलता है।
4. रक्तस्रावी बवासीर में प्रतिदिन दोपहर में पपीता खाना लाभदायक है।
5. रक्तस्राधी बवासीर में नारियल की जटा जलाकर बूरा मिलाकर दस-दस ग्राम की फँकी पानी के साथ लें। खूनी बवासीर ठीक हो जाएगा।
6. लौकी के छिलके छाया में सुखा कर पीस लें। इसकी एक चम्मच सुबह-शाम दो बार ठंडे पानी से फंकी लेने से बवासीर में रक्त आना बन्द हो जाता है।
7. प्याज का सेवन रक्तस्रावी और अरक्तस्रावी, दोनों प्रकार के अर्श ठीक करता है।
8. कच्ची मूली खाने से बवासीर से गिरने वाला रक्त बन्द हो जाता है।
9. सिके हुए गरमा-गरम चने खाने से रक्तस्रावी बवासीर में लाभ होता है।
10.60 ग्राम काले तिल चबा-चबाकर खाकर, दही का सेवन करने से बवासीर से रक्त
आना बन्द हो जाता है।
11. रक्तस्रावी बवासीर में इमली के पत्तों का रस पिलाने से लाभ होता है।
12. चावल और इमली के पत्तों के साथ जमीकन्द की सब्जी बनाकर खाने से रक्तस्रावी बवासीर में आराम मिलता है।
13. जब तक बवासीर से रक्त आता रहे तब तक केवल दही ही खाते रहें, अन्य कोई चीज न खायें। रक्तस्राव बन्द हो जायेगा।
14. घी, तिल और पीसी हुई मिश्री प्रत्येक की एक-एक चम्मच लेकर मिलाकर नित्य तीन बार खायें। बवासीर से रक्त गिरना बन्द हो जायेगा।
15. मेथी दाना मेथी का काढ़ा या इसे दूध में उबाल कर पीने से बवासीर में रक्त आना बन्द हो जाता है।
16. मल-त्याग के बाद नित्य फिटकरी को पानी में घोलकर गुदा धोयें, अन्दर पिचकारी दें। इससे खूनी बवासीर में लाभ होता है।
17. नित्य सवेरे 7 ग्राम चूर्ण आधा पाव दही में मिलाकर सेवन करें। खूनी बवासीर के लिए यह अचूक औषधि है।
18. जीरा, सौंफ, धनिया प्रत्येक एक चम्मच को एक गिलास पानी में उबालें। आधा पानी रहने पर छान कर एक चम्मच देशी घी मिलाकर नित्य सुबह-शाम पीने से बवासीर से रक्त गिरना बन्द हो जाता है। यह गर्भवती स्त्रियों के बवासीर में अधिक लाभदायक है।
19. खूनी बवासीर में मिश्री मिलाकर हरे धनिये की पत्तियों का रस दो बार नित्य पीने से शीघ्र लाभ मिलता है।