विष्णु सहस्रनाम - 1000 Vishnu Sahasranama In Hindi
Mar 19,2021 05:02 AM posted by Admin
विष्णु सहस्रनाम: हिन्दू धर्म में मौजूद पुराण में भगवान विष्णु के सहस्रनाम का वर्णन किया गया है। विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने वाले इंसान को यश, सुख, ऐश्वर्य, संपन्नता, सफलता, आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्त होता है। साथ ही भगवान विष्णु की कृपा उस इंसान पर हमेशा बनी रहती है।

विश्वम् |
विष्णुः |
वषट्कारः |
भूतभव्यभवत्प्रभुः |
भूतकृत् |
भूतभृत् |
भावः |
भूतात्मा |
भूतभावनः |
पूतात्मा |
परमात्मा |
मुक्तानां परमा गतिः |
अव्ययः |
पुरुषः |
साक्षी |
क्षेत्रज्ञः |
अक्षरः |
योगः |
योगविदां नेता |
प्रधानपुरुषेश्वरः |
नारसिंहवपुः |
श्रीमान् |
केशवः |
पुरुषोत्तमः |
सर्वः |
शर्वः |
शिवः |
स्थाणुः |
भूतादिः |
निधिरव्ययः |
सम्भवः |
भावनः |
भर्ता |
प्रभवः |
प्रभुः |
ईश्वरः |
स्वयम्भूः |
शम्भुः |
आदित्यः |
पुष्कराक्षः |
विश्वकर्मा |
मनुः |
महास्वनः |
कृष्णः |
त्वष्टा |
अनादि-निधनः |
लोहिताक्षः |
स्तविष्ठः |
धाता |
प्रतर्दनः |
स्थविरो ध्रुवः |
विधाता |
प्रभूतस् |
अग्राह्यः |
धातुरुत्तमः |
त्रिकाकुब्धाम |
शाश्वतः |
अप्रमेयः |
पवित्रम् |
मंगलं-परम् |
हृषीकेशः |
ईशानः |
प्राणदः |
पद्मनाभः |
प्राणः |
ज्येष्ठः |
अमरप्रभुः |
श्रेष्ठः |
प्रजापतिः |
शरणम् |
सुरेशः |
हिरण्यगर्भः |
शर्म |
विश्वरेताः |
भूगर्भः |
प्रजाभवः |
अहः |
माधवः |
व्यालः |
संवत्सरः |
मधुसूदनः |
प्रत्ययः |
सर्वदर्शनः |
ईश्वरः |
वसुः |
अजः |
विक्रमः |
वसुमनाः |
सर्वेश्वरः |
धन्वी |
सत्यः |
सिद्धः |
मेधावी |
समात्मा |
सिद्धिः |
विक्रमः |
सम्मितः |
सर्वादिः |
क्रमः |
समः |
अच्युतः |
अनुत्तमः |
अमोघः |
वृषाकपिः |
दुराधर्षः |
पुण्डरीकाक्षः |
अमेयात्मा |
कृतज्ञः |
वृषकर्मा |
सर्वयोगविनिसृतः |
कृतिः |
वृषाकृतिः |
रुद्रः |
आत्मवान् |
बहुशिरः |
बभ्रुः |
विश्वयोनिः |
शुचिश्रवाः |
अमृतः |
शाश्वतः-स्थाणुः |
सर्वगः |
सर्वविद्भानुः |
वरारोहः |
लोकाध्यक्षः |
विष्वक्सेनः |
महातपः |
सुराध्यक्षः |
वेदांगः |
जनार्दनः |
धर्माध्यक्षः |
वेदविद् |
वेदः |
कृताकृतः |
कविः |
वेदविद् |
चतुरात्मा |
चतुर्व्यूहः |
अव्यंगः |
चतुर्दंष्ट्रः |
चतुर्भुजः |
भ्राजिष्णुः |
भोजनम् |
भोक्ता |
सहिष्णुः |
शुचिः |
उपेन्द्रः |
जगदादिजः |
ऊर्जितः |
वामनः |
अनघः |
अतीन्द्रः |
प्रांशुः |
विजयः |
संग्रहः |
अमोघः |
जेता |
धृतात्मा |
सर्गः |
विश्वयोनिः |
नियमः |
यमः |
पुनर्वसुः |
सदायोगी |
वैद्यः |
वेद्यः |
वीरहा |
माधवः |
मधुः |
महाबलः |
महामायः |
अतीन्द्रियः |
महाबुद्धिः |
महोत्साहः |
महावीर्यः |
अनिरुद्धः |
महाशक्तिः |
महाद्युतिः |
सुरानन्दः |
सतां गिरः |
अनिर्देश्यवपुः |
गोविन्दः |
हंसः |
श्रीमान् |
गोविदां पथः |
सुपर्णः |
अमेयात्मा |
मरीचिः |
भुजगोत्तमः |
महाद्रिधृक् |
दमनः |
हिरण्यनाभः |
महेष्वासः |
सन्धिमान् |
सुतपाः |
महीभर्ता |
स्थिरः |
पद्मनाभः |
श्रीनिवासः |
अजः |
प्रजापतिः |
सर्वदृक् |
दुर्मषणः |
अमृत्युः |
सिंहः |
सुरारिहा |
शास्ता |
सन्धाता |
गुरुः |
विसृतात्मा |
धाम |
सत्यपराक्रमः |
गुरुतमः |
सत्यः |
वाचस्पतिः-उदारधीः |
अनिमिषः |
निमिषः |
अग्रणीः |
स्रग्वी |
ग्रामणीः |
नेता |
न्यायः |
श्रीमान् |
निवृत्तात्मा |
सहस्राक्षः |
समीरणः |
संवृतः |
सहस्रपात् |
सहस्रमूर्धा |
संप्रमर्दनः |
आवर्तनः |
विश्वात्मा |
अहः संवर्तकः |
वह्निः |
अनिलः |
प्रसन्नात्मा |
सुप्रसादः |
धरणीधरः |
विश्वधृक् |
विश्वभुक् |
विभुः |
नारायणः |
साधुः |
सत्कर्ता |
नरः |
जह्नुः |
सत्कृतः |
शुचिः |
असंख्येयः |
अप्रमेयात्मा |
सिद्धार्थः |
सिद्धसंकल्पः |
विशिष्टः |
सिद्धिसाधनः |
सिद्धिदः |
शिष्टकृत् |
वृषाही |
वृषभः |
विष्णुः |
वृषोदरः |
वर्धमानः |
वृषपर्वा |
वर्धनः |
विविक्तः |
श्रुतिसागरः |
प्रकाशनः |
नैकरूपः |
सुभुजः |
ओजस्तेजोद्युतिधरः |
बृहद्रूपः |
दुर्धरः |
प्रकाशात्मा |
शिपिविष्टः |
वाग्मी |
ऋद्धः |
प्रतापनः |
महेन्द्रः |
स्पष्टाक्षरः |
मन्त्रः |
वसुदः |
चन्द्रांशुः |
भास्करद्युतिः |
वसुः |
अमृतांशोद्भवः |
भानुः |
शशबिन्दुः |
अनलः |
सुरेश्वरः |
औषधम् |
पवनः |
कामहा |
जगतः सेतुः |
पावनः |
भूतभव्यभवन्नाथः |
सत्यधर्मपराक्रमः |
कामकृत् |
इष्टः |
शिखण्डी |
विशिष्टः |
कान्तः |
नहुषः |
शिष्टेष्टः |
वृषः |
कामः |
प्राणः |
कामप्रदः |
क्रोधहा |
प्रभुः |
क्रोधकृत्कर्ता |
विश्वबाहुः |
प्रथितः |
युगादिकृत् |
महीधरः |
प्राणदः |
अच्युतः |
युगावर्तः |
वासवानुजः |
नैकमायः |
अपां-निधिः |
महाशनः |
अधिष्ठानम् |
अप्रमत्तः |
स्कन्दः |
अदृश्यः |
प्रतिष्ठितः |
स्कन्दधरः |
सहस्राजित् |
व्यक्तरूपः |
धूर्यः |
वरदः |
वायुवाहनः |
बृहद्भानुः |
अनन्तजित् |
वासुदेवः |
अशोकः |
पुरन्दरः |
आदिदेवः |
तारणः |
तारः |
शूरः |
शौरिः |
जनेश्वरः |
अनुकूलः |
शतावर्तः |
पद्मी |
पद्मनिभेक्षणः |
पद्मनाभः |
अरविन्दाक्षः |
पद्मगर्भः |
शरीरभृत् |
महर्द्धिः |
ऋद्धः |
वृद्धात्मा |
महाक्षः |
गरुडध्वजः |
अतुलः |
शरभः |
भीमः |
समयज्ञः |
हविर्हरिः |
सर्वलक्षणलक्षण्यः |
लक्ष्मीवान् |
समितिंजयः |
विक्षरः |
रोहितः |
मार्गः |
हेतुः |
दामोदरः |
सहः |
महीधरः |
महाभागः |
वेगवान् |
अमिताशनः |
देवः |
क्षोभणः |
उद्भवः |
श्रीगर्भः |
परमेश्वरः |
करणम् |
विकर्ता |
कर्ता |
कारणम् |
गुहः |
गहनः |
व्यवसायः |
ध्रुवः |
व्यवस्थानः |
संस्थानः |
परर्धिः |
परमस्पष्टः |
स्थानदः |
तुष्टः |
पुष्टः |
शुभेक्षणः |
रामः |
विरामः |
विरजः |
मार्गः |
नयः |
नेयः |
वीरः |
अनयः |
शक्तिमतां श्रेष्ठः |
धर्मः |
धर्मविदुत्तमः |
वैकुण्ठः |
प्रणवः |
प्राणदः |
पुरुषः |
पृथुः |
प्राणः |
हिरण्यगर्भः |
वायुः |
व्याप्तः |
शत्रुघ्नः |
अधोक्षजः |
ऋतुः |
सुदर्शनः |
परिग्रहः |
परमेष्ठी |
कालः |
दक्षः |
उग्रः |
संवत्सरः |
विश्रामः |
विश्वदक्षिणः |
विस्तारः |
बीजमव्ययम् |
प्रमाणम् |
स्थावरस्स्थाणुः |
अनर्थः |
अर्थः |
अनिर्विण्णः |
महाधनः |
महाकोशः |
महाभोगः |
स्थविष्ठः |
अभूः |
धर्मयूपः |
महामखः |
नक्षत्रनेमिः |
नक्षत्री |
महेज्यः |
इज्यः |
क्षमः |
विमुक्तात्मा |
क्रतुः |
क्षामः |
सर्वज्ञः |
सत्रम् |
समीहनः |
ज्ञानमुत्तमम् |
सतां गिरः |
यज्ञः |
सुव्रतः |
सर्वदर्शी |
सत् |
सुमुखः |
धर्मी |
असत् |
सूक्ष्मः |
क्षरम् |
अक्षरम् |
सुघोषः |
अविज्ञाता |
सहस्रांशुः |
सुखदः |
विधाता |
कृतलक्षणः |
सुहृत् |
गभस्तिनेमिः |
सत्त्वस्थः |
मनोहरः |
सिंहः |
भूतमहेश्वरः |
जितक्रोधः |
आदिदेवः |
गोपतिः |
वीरबाहुः |
महादेवः |
गोप्ता |
विदारणः |
उत्तरः |
ज्ञानगम्यः |
स्वापनः |
देवभृद्गुरुः |
पुरातनः |
स्ववशः |
देवेशः |
शरीरभूतभृत् |
व्यापी |
कपीन्द्रः |
भोक्ता |
नैकात्मा |
भूरिदक्षिणः |
अमृतपः |
नैककर्मकृत् |
सोमपः |
सोमः |
वत्सरः |
पुरुजित् |
पुरुसत्तमः |
वत्सलः |
विनयः |
जयः |
वत्सी |
सत्यसन्धः |
दाशार्हः |
रत्नगर्भः |
सात्त्वतां पतिः |
जीवः |
धनेश्वरः |
विनयितासाक्षी |
मुकुन्दः |
धर्मगुब् |
अमितविक्रमः |
अनन्तात्मा |
धर्मकृत् |
अम्भोनिधिः |
महोदधिशयः |
स्वाभाव्यः |
महार्हः |
अन्तकः |
जितामित्रः |
प्रमोदनः |
अजः |
सत्यधर्मा |
आनन्दः |
नन्दनः |
त्रिविक्रमः |
महर्षिः कपिलाचार्यः |
नन्दः |
कृतज्ञः |
मेदिनीपतिः |
त्रिपदः |
त्रिदशाध्यक्षः |
महाशृंगः |
कृतान्तकृत् |
सुषेणः |
गोविन्दः |
महावराहः |
कनकांगदी |
गुह्यः |
वेधाः |
गहनः |
गभीरः |
चक्रगदाधरः |
गुप्तः |
स्वांगः |
अजितः |
कृष्णः |
सत्ता |
सद्भूतिः |
दृढः |
सत्परायणः |
शूरसेनः |
संकर्षणोऽच्युतः |
यदुश्रेष्ठः |
सन्निवासः |
वरुणः |
सुयामुनः |
भूतावासः |
वारुणः |
वासुदेवः |
सर्वासुनिलयः |
वृक्षः |
अनलः |
दर्पहा |
पुष्कराक्षः |
दर्पदः |
दृप्तः |
महामनः |
दुर्धरः |
अथापराजितः |
भगवान् |
विश्वमूर्तिः |
महामूर्तिः |
भगहा |
दीप्तमूर्तिः |
अमूर्तिमान् |
आनन्दी |
अनेकमूर्तिः |
अव्यक्तः |
वनमाली |
शतमूर्तिः |
शताननः |
हलायुधः |
एकः |
नैकः |
आदित्यः |
सवः |
कः |
ज्योतिरादित्यः |
यत् |
किम् |
सहिष्णुः |
तत् |
पदमनुत्तमम् |
गतिसत्तमः |
लोकबन्धुः |
लोकनाथः |
शान्तिः |
माधवः |
भक्तवत्सलः |
निष्ठा |
सुवर्णवर्णः |
हेमांगः |
शान्तः |
वरांगः |
चन्दनांगदी |
समः |
वीरहा |
विषमः |
दिवःस्पृक् |
शून्यः |
घृताशी |
द्रविणप्रदः |
अचलः |
चलः |
दारुणः |
अमानी |
मानदः |
खण्दपरशुः |
मान्यः |
त्रिलोकधरक् |
सुधन्वा |
लोकस्वामी |
सुमेधा |
सर्वदृग्व्यासः |
मेधजः |
धन्यः |
वाचस्पतिरयोनिजः |
सत्यमेधः |
धराधरः |
त्रिसामा |
तेजोवृषः |
द्युतिधरः |
सामगः |
सर्वशस्त्रभृतां वरः |
प्रग्रहः |
साम |
निग्रहः |
व्यग्रः |
निर्वाणम् |
नैकशृंगः |
गदाग्रजः |
भेषजम् |
चतुर्मूर्तिः |
चतुर्बाहुः |
भृषक् |
चतुर्व्यूहः |
चतुर्गतिः |
संन्यासकृत् |
चतुरात्मा |
चतुर्भावः |
परायणम् |
चतुर्वेदविद् |
एकपात् |
शुभांगः |
समावर्तः |
निवृत्तात्मा |
शान्तिदः |
दुर्जयः |
दुर्लभः |
स्रष्टा |
दुरतिक्रमः |
दुर्गमः |
कुमुदः |
दुर्गः |
दुरावासः |
कुवलेशयः |
दुरारिहा |
शुभांगः |
गोहितः |
लोकसारंगः |
सुतन्तुः |
गोपतिः |
इन्द्रकर्मा |
तन्तुवर्धनः |
गोप्ता |
महाकर्मा |
कृतकर्मा |
वृषप्रियः |
कृतागमः |
उद्भवः |
वृषभाक्षः |
सुन्दरः |
सुन्दः |
अनिवर्ती |
रत्ननाभः |
सुलोचनः |
निवृतात्मा |
वाजसनः |
अर्कः |
संक्षेप्ता |
शृंगी |
जयन्तः |
क्षेमकृत् |
सर्वविज्जयी |
सुवर्णबिन्दुः |
शिवः |
अक्षोभ्यः |
सर्ववागीश्वरेश्वरः |
श्रीवत्सवत्साः |
महाहृदः |
महागर्तः |
श्रीवासः |
महाभूतः |
महानिधिः |
श्रीपतिः |
कुमुदः |
कुन्दरः |
श्रीमतां वरः |
कुन्दः |
पर्जन्यः |
श्रीदः |
पावनः |
अनिलः |
श्रीशः |
अमृतांशः |
अमृतवपुः |
श्रीनिवासः |
सर्वज्ञः |
सर्वतोमुखः |
श्रीनिधिः |
सुलभः |
सुव्रतः |
श्रीविभावनः |
सिद्धः |
भयकृत् |
श्रीधरः |
शत्रुजित् |
भयनाशनः |
श्रीकरः |
शत्रुतापनः |
अणुः |
श्रेयः |
न्यग्रोधः |
गुणभृत् |
श्रीमान् |
उदुम्बरः |
निर्गुणः |
लोकत्रयाश्रयः |
अश्वत्थः |
महान् |
स्वक्षः |
चाणूरान्ध्रनिषूदनः |
अधृतः |
स्वंगः |
सहस्रार्चिः |
स्वधृतः |
शतानन्दः |
सप्तजिह्वः |
स्वास्यः |
नन्दिः |
सप्तैधाः |
प्राग्वंशः |
ज्योतिर्गणेश्वरः |
सप्तवाहनः |
वंशवर्धनः |
विजितात्मा |
अमूर्तिः |
भारभृत् |
विधेयात्मा |
अनघः |
कथितः |
सत्कीर्तिः |
अचिन्त्यः |
योगी |
छिन्नसंशयः |
बृहत् |
योगीशः |
उदीर्णः |
कृशः |
सर्वकामदः |
सर्वतश्चक्षुः |
स्थूलः |
आश्रमः |
अनीशः |
श्रमणः |
प्रियार्हः |
शाश्वतः-स्थिरः |
क्षामः |
सात्त्विकः |
भूशयः |
सुपर्णः |
सत्त्ववान् |
भूषणः |
वायुवाहनः |
दमः |
भूतिः |
धनुर्धरः |
सर्वसहः |
विशोकः |
धनुर्वेदः |
अनियन्ता |
शोकनाशनः |
दण्डः |
नियमः |
अर्चिष्मान् |
दमयिता |
अयमः |
अर्चितः |
अपराजितः |
अर्हः |
कुम्भः |
सत्यधर्मपराक्रमः |
प्रियकृत् |
विशुद्धात्मा |
अभिप्रायः |
प्रीतिवर्धनः |
विशोधनः |
सत्यः |
विहायसगतिः |
अनिरुद्धः |
हुतभुक् |
ज्योतिः |
अप्रतिरथः |
विभुः |
सुरुचिः |
प्रद्युम्नः |
रविः |
हुतभुक् |
अमितविक्रमः |
विरोचनः |
भोक्ता |
कालनेमीनिहा |
सूर्यः |
सुखदः |
वीरः |
सविता |
नैकजः |
शौरी |
रविलोचनः |
गदाधरः |
शूरजनेश्वरः |
अनन्तः |
शार्ंगधन्वा |
त्रिलोकात्मा |
सर्वप्रहरणायुधः |
चक्री |
त्रिलोकेशः |
अक्षोभ्यः |
नन्दकी |
केशवः |
रथांगपाणिः |
शंखभृत् |
केशिहा |
क्षितीशः |
पापनाशनः |
हरिः |
स्रष्टा |
देवकीनन्दनः |
कामदेवः |
भूर्भुवःस्वस्तरुः |
क्षमिणांवरः |
कामपालः |
जन्ममृत्युजरातिगः |
दक्षिणः |
कामी |
एकात्मा |
विद्वत्तमः |
कान्तः |
तत्त्वम् |
अग्रजः |
कृतागमः |
तत्त्वविद् |
अनिर्विण्णः |
अनिर्देश्यवपुः |
प्राणजीवनः |
सदामर्षी |
विष्णुः |
प्राणभृत् |
लोकाधिष्ठानम् |
वीरः |
पुण्यश्रवणकीर्तनः |
अद्भुतः |
अनन्तः |
वीतभयः |
सनात् |
धनंजयः |
सनातनतमः |
कपिः |
ब्रह्मण्यः |
कपिलः |
अव्ययः |
ब्रह्मकृत् |
स्वस्तिदः |
स्वस्तिकृत् |
ब्रह्मा |
स्वस्ति |
स्वस्तिभुक् |
ब्रहम |
स्वस्तिदक्षिणः |
अरौद्रः |
ब्रह्मविवर्धनः |
सामगायनः |
वैखानः |
ब्रह्मविद् |
आत्मयोनिः |
स्वयंजातः |
ब्राह्मणः |
अन्नम् |
अन्नादः |
ब्रह्मी |
यज्ञान्तकृत् |
यज्ञगुह्यम् |
ब्रह्मज्ञः |
यज्ञसाधनः |
यज्ञकृत् |
ब्राह्मणप्रियः |
यज्ञभुक् |
यज्ञी |
महाकर्मः |
यज्ञभृद् |
यज्ञांगः |
महाकर्मा |
यज्ञवाहनः |
यज्वा |
महातेजा |
यज्ञः |
यज्ञपतिः |
महोरगः |
सविताः |
प्रपितामहः |
महाक्रतुः |
तारः |
प्राणनिलयः |
महायज्वा |
कुण्डली |
विक्रमी |
महायज्ञः |
चक्री |
ऊर्जितशासनः |
महाहविः |
शब्दगतिः |
शिशिरः |
स्तव्यः |
शब्दसहः |
शर्वरीकरः |
स्तवप्रियः |
अक्रूरः |
दक्षः |
स्तोत्रम् |
पेशलः |
उत्तारणः |
स्तुतिः |
प्रमाणम् |
प्रणवः |
स्तोता |
पणः |
अधाता |
रणप्रियः |
पुष्पहासः |
प्रजागरः |
पूर्णः |
ऊर्ध्वगः |
सत्पथाचारः |
पूरयिता |
प्राणदः |
दुष्कृतिहा |
पुण्यः |
पुण्यः |
जीवनः |
पुण्यकीर्तिः |
दुःस्वप्ननाशनः |
पर्यवस्थितः |
अनामयः |
वीरहा |
भयापहः |
मनोजवः |
रक्षणः |
अनन्तरूपः |
तीर्थकरः |
सन्तः |
अनन्तश्रीः |
वसुरेताः |
चतुरश्रः |
जितमन्युः |
वसुप्रदः |
गभीरात्मा |
विदिशः |
वसुप्रदः |
व्यादिशः |
भूर्भूवः |
वासुदेवः |
दिशः |
लक्ष्मीः |
वसुः |
अनादिः |
सुवीरः |
वसुमना |
जननः |
रुचिरांगदः |
हविः |
भीमः |
जनजन्मादिः |
सद्गतिः |
भीमपराक्रमः |
आधारनिलयः |
सत्कृतिः |
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