चाणक्य नीति के अनुसार क्या करे क्या न करे| Chanakya Niti In Hindi

Mar 12,2021 08:27 AM posted by Admin

Chanakya Niti In Hindi : आचार्य चाणक्य भारत देश के महान विद्वानों में से एक विद्वान माने जाते है, आचार्य चाणक्य अपने नीति शास्त्र के लिए बहुत प्रसिद्ध थे, आचार्य चाणक्य की नीतियां इतनी ज्यादा प्रसिद्ध थी, कि देश विदेश में लोग इनकी नीतियों को लोहा मानते थे, आचार्य चाणक्य कोई साधारण कूटनीति नहीं जानते थे, बल्कि इन्होने अपने कूटनीति से चन्द्रगुप्त को मगध का राजा बना दिया था, इसीलिए आज भी लोग आचार्य चाणक्य की कही हुई बातो को मानते है,

चाणक्य नीति | Chanakya Niti In Hindi

आचार्य चाणक्य ने "चाणक्य नीति" नामक किताब लिखी , जिसके अंदर बहुत सारी नीति बताई गई है, जो हमारे जीवन को एक नया रास्ता देती है| हमें अपने जीवन को कैसे बिताना चाहिए, हमें किस तरह के लोगो को अपने आस-पास रखना चाहिए, ये सारी बाते, आचार्य चाणक्य ने अपनी "चाणक्य नीति" किताब में लिखी है -आचार्य चाणक्य ने जो बाते "चाणक्य नीति" में लिखी है, उनमे से कुछ खास बाते हम आपको बताने जा रहे है , जिससे आप अपने जीवन में एक नया परिवर्तन जरुर देखंगे -

चाणक्य नीति | Chanakya Niti In Hindi

पत्नी के साथ एकांत में समय बिताएं - Spend time in solitude with wife

चाणक्य जी कहते है ,कि कुछ समय अपने पत्नी के साथ जरुर बिताना चाहिए, यदि आप अपनी पत्नी के साथ कुछ समय बिताते है, तो आप दोनों के रिश्ते में कोई समस्या नहीं आएगी, यह बिल्कुल उसी तरह काम करती है , जैसे किसी ने आग कि ज्वाला में, घी डाल दिया हो, और इससे औरते हमेशा आपके वश में रहेंगी |

औरतो का चरित्र Woman's character In Hindi

औरतो को समझ पाना बहुत ही मुश्किल है, क्योकि वह जिस तरह से दिखती है , शायद वह वैसी होती नहीं, तो अगर हम स्त्री को समझ नहीं सकते है, तो हमें स्त्री के मामले में बहुत ध्यान रखना चाहिए, हमें अपने जीवन के लिए बहुत सोच समझ का स्त्री का चुनाव करना चाहिए,अगर औरत दुष्ट स्वभाव वाली, हमेशा कठोर वचन बोलने वाली, चरित्रहीन है तो उसे छोड़ देना चाहिए या उससे दूर हो जाना चाहिए  और एक खाश बात , कभी भी किसी स्त्री को अपना राज नहीं बताना चाहिए| और गर स्त्री चरित्रवान है, तो एक पुरुष को धन से भी ज्यादा अपनी पत्नी की रक्षा करनी चाहिए |

कमजोरी छुपा कर रखे - Hide weakness In Hindi

चाणक्य जी , चाणक्य नीति में कहते है, कि बहुत से लोग अपने चाहने वालो को (जैसे : किसी करीबी रिश्तेदार को , करीबी दोस्तों को या अपनी पत्नी को ...) अपनी कमजोरी के बारे में बता देते है, जिसका वह लोग बड़ी ही आसानी से फायदा उठा लेते है, और जब वह लोग फायदा उठा लेते है , तो वही इनके लिए बहुत महंगा पड़ जाता है, चाणक्य जी बताते है, कि जब आपका जन्म हुआ था, तब आप अकेले थे, जब आप मरोगे, तो भी आप अकेले रहोगे, इसलिए अपनी कमजोरी केवल अपने तक ही सीमित रखो | चाणक्य जी ये भी बताते है, कि अपनी कमजोरी को अपने आप तक सीमित करके उस पर अम्ल करो कि आखिर उस कमजोरी को एक ताकतवर हथियार की तरह कैसे इस्तेमाल किया, जिससे आपकी कमजोरी, कमजोरी न रहकर एक प्रबल हथियार बन जाए| अगर आप अपनी कमजोरी पर अम्ल नहीं करोगे, तो हर बार कोई न कोई आपकी कमजोरी का जरुर फायदा उठा ही लेगा|

मुर्ख से विवाद न करे - Do not argue with a fool

जीवन में कभी भी एक मुर्ख के साथ विवाद नहीं करना चाहिए, क्योकि मुर्ख के पास बिल्कुल भी समझने कि शक्ति नहीं होती है, और अगर ऐसे इन्सान के साथ विवाद करते हो, तो नुकसान आपका ही होगा| जैसे अगर आप किसी मुर्ख के साथ विवाद करने में लगे हो, जब आपको एक बुद्धिमान इन्सान देखेगा, तो वह ये जरुर सोचेगा कि आप भी मुर्ख इन्सान हो, जिससे समाज के बीच आपकी छवि ख़राब हो जाएगी| इसलिए अपने जीवन में ध्यान रखोकभी भी किसी मुर्ख के साथ किसी भी प्रकार का कोई विवाद न करो|

धन को सोच समझकर खर्च करे - Spend money thinking

धन को हमेशा सोच-समझकर यानि जरुरत के हिसाब से खर्च करना चाहिए, यदि अगर आप अपने जरुरत से ज्यादा खर्च करते है , तो आप बहुत ही जल्दी कर्ज में डूब जायेंगे | हमेश इन्सान को कामये हुए धन को बचाने की कोशिश करनी चाहिए, क्योकि बचाया हुआ धन कमायें हुए धन के बराबर होता है

आलस्य को त्याग दे - Sacrifice idleness In Hindi

अगर दुनिया के लोगो को देखा जाए , तो दुनिया में केवल ऐसे 20% लोग ही है , जो कामयाबी की बुलंदी पर बैठे है|जो बहुत ही ज्यादा गरीब होते हुए भी आज बहुत ज्यादा अमीर है , इसका बस एक ही कारण है , वह है , इन्होने कभी आलस्य नहीं किया , इन्होने अपने जीवन से आलस्य को त्याग दिया , चाणक्य जी भी कहते है , अगर जीवन में कामयाब होना चाहते हो , तो आज ही अपने आलस्य को छोड़ दो |

सुनी बात पर विश्वास न करे - Do not believe what you heard

दुनिया में बहुत तरह के लोग होते है, जो हर समय इस इन्सान कि बात उस इन्सान के पास तक पहुचाते रहते है , और उस बात में अपनी भी बात जोड़ते रहते है , जिससे की उनका भी फायदा हो सके , अगर आप ऐसे लोगो की बात पर विश्वास करते है , तो आप अपने जीवन में बहुत ही जल्द मुश्किल में पड़ जायेंगे | और आपका बना बनाया काम भी बड़ी आसानी से ऐसे लोग बिगाड़ देते है , तो कभी भी किसी इन्सान पर भरोसा न , और भरोसा तभी करे जब आप अपनी आखो से देख ले और कानो से सुन ले

कभी नीच लोगो के साथ न रहे - Never live with lowly people

चाणक्य जी कहते है , कभी भी समाज में ऐसे लोगो के साथ नहीं रहना चाहिए, जो लोग नीच हो, जिनकी समाज में कोई इज्जत न हो , क्योकि ऐसे इन्सान अपने फायदे के लिए किसी भी हद तक जा सकते है, और इससे आपके जीवन में बहुत सारी समस्या आ सकती है |

ज्यादा क्रोध न करना - Do not be angry

इन्सान को क्रोध नहीं करना चाहिए, लेकिन हम लोग जब ऐसी बाते सुन लेते है , जो शायद हमने किया ही नहीं होता है, तो हम लोग अपने आप से बाहर हो जाते है, जब इन्सान पर क्रोध सवार हो जाता है , तो वह कुछ भी कर सकता है, चाणक्य जी कहते है, कि हमें अपने आप पर क्रोध को सवार नहीं होने देना चाहिए, बल्कि क्रोध को अपने जूनून में बदल देना चाहिए, जब इन्सान अपने क्रोध को जूनून में बदल देता है , तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता |

पद-प्रतिष्ठा - Prestige In Hindi

यदि आप किसी बहुत बड़े पद पर हैं और समाज में बहुत मान-सम्मान प्राप्त होता है तो इस बात को भी गुप्त रखना चाहिए। किसी अन्य व्यक्ति के सामने इस बात को जाहिर करेंगे तो इससे अहंकार का भाव पैदा होता है। अहंकार पतन का कारण बनता है और इससे हमारी प्रतिष्ठा कम हो सकती है।

घर-परिवार के झगड़े - Family fights In Hindi

हर किसी के घर में वाद-विवाद होते रहते हैं, ये बहुत ही आम बात है, लेकिन आपसी झगड़े घर के बाहर किसी को भी नहीं बताने चाहिए। ऐसा करने पर समाज में परिवार की प्रतिष्ठा कम होती है। परिवार का अहित चाहने वाले लोग हमारे आपसी झगड़े से लाभ उठा सकते हैं। इसलिए कभी घर कि बात को बाहर वालो से न बताये |

गुलाम बनकर रहना - To be a slave In Hindi

किसी इन्सान को गुलाम बनकर रहना उसके भविष्य के लिए अच्छा नहीं होता है । क्योकि एक गुलाम अपनी मर्जी से कोई भी काम नहीं कर सकता है , उसे कोई काम करने के लिए पहले दूसरों की अनुमति लेना पड़ती है। गुलाम बनकर रहने वाले पुरुष की आजादी पूरी तरह छीन जाती है। ये जीवन भयंकर कष्ट देता है। इसलिए कभी भी किसी का गुलाम बनकर न रहे |