जज: जब आपके घर में चोरी हुई उस समय क्या बजा था?
वादी: जी दो लाठियां बजी थीं। एक मेरे कंधे पर और दूसरी मेरे सिर पर।
जज: तुमने सरे आम बाजार में इतने बड़े आदमी को जूता मारकर इनका अपमान किया है, तुम पर पच्चीस रुपए का जुर्माना किया जाता है।
अपराधी: साहब, मेरे पास खुले पैसे नहीं हैं। पचास का नोट है, एक जूता और मार देता हूं।”
जज (अपराधी से): क्या तुम कभी जेल गए हो?
अपराधी (रोते हुए): जी नहीं, हुजूर।
जज: तो इसमें रोने की क्या बात है, अभी भेज देते हैं।”
जज: तमने अपनी पत्नी की हत्या गला दबाकर क्यों की?
मुजरिम: सर! मैं एक शांतिप्रिय आदमी हूं। रात में रिवॉल्वर चलाकर पड़ोसियों की नींद खराब नहीं करना चाहता था।
अदालत में सरकारी वकील ने चीखते हुए कहा-
माय लॉर्ड: मुल्जिम पर आरोप है कि
उसने अपनी पत्नी को चिड़ियाघर के तालाब में धक्का दे दिया,
जहां मगरमच्छ उसे खा गया।”
जज ने कहा: क्या मुल्जिम को मालूम नहीं कि चिडियाघर के पशु-पक्षियों को गलत-सलत चीजें खिलाना मना है?”
जज चोर से – तुम शादीशुदा हो, शरीफ हो,
फिर भी तुमने एक ही दुकान में लगातार तीन बार चोरी क्यों की?
चोर – जज साहब! चोरी तो मैंने एक ही बार की है
बाकी दो बार तो पत्नी के कहने पर साड़ी का रंग बदलने गया था।
वकील: माई लार्ड, कानून की किताब के पेज नंबर 15 के मुताबिक मेरे मुवक्किल को बा-इज्जत बरी किया जाये।
जज: किताब पेश की जाये।
किताब पेश की गयी, जज ने पेज नंबर 15 खोला तो उसमें 1000 के 5 नोट थे।
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जज मुस्कुराते हुए बोला:-
बहुत खूब!!!!
इस तरह के 2 सबूत और पेश किये जाये।
😜😜😜😂😂😂😜😜😜
जज: “तुमने कार क्यों चुराई?
आदमी:” मुझे काम करना था।
जज:” आपने बस क्यों नहीं चुराई? “
आदमी: मेरे पास बस के लिए ड्राइवर का लाइसेंस नहीं है।😛😛😂😂😛😛😂😂