जज: तमने अपनी पत्नी की हत्या गला दबाकर क्यों की?
मुजरिम: सर! मैं एक शांतिप्रिय आदमी हूं। रात में रिवॉल्वर चलाकर पड़ोसियों की नींद खराब नहीं करना चाहता था।
अदालत में सरकारी वकील ने चीखते हुए कहा-
माय लॉर्ड: मुल्जिम पर आरोप है कि
उसने अपनी पत्नी को चिड़ियाघर के तालाब में धक्का दे दिया,
जहां मगरमच्छ उसे खा गया।”
जज ने कहा: क्या मुल्जिम को मालूम नहीं कि चिडियाघर के पशु-पक्षियों को गलत-सलत चीजें खिलाना मना है?”
एक शराबी झूमते हुए घर पहुंचा तो उसकी पत्नी ने उसे खुश करने की गरज से कहा,-“आज मैंने सब्जी, पूरी और हलुवा बनाया है।” ।
शराबी ने पूछा-“सब्जी किसलिए बनाई है?
पत्नी-“खाने के लिए।”
शराबी ने फिर पूछा-“पूरी किसलिए बनाई हैं?”
पत्नी-“खाने के लिए।”
शराबी-“हलुवा किसलिए बनाया है?”
पत्नी-“खाने के लिए।”
शराबी-“सब-कुछ खाने के लिए ही बनाया है।
मेरे लिए क्या बनाया है।”
पत्नी- बाजार से दूध का एक पैकेट ले आओ !
हां, अगर बाजार मे अंडे दिखे तो 6 ले आना।
पति 6 पैकट दूध ले आया।पत्नी- 6 पैकेट दूध?
पति- हां 6 पैकेट ही लाया हुं, क्योंकि बाजार मे अंडे दिख गए थे!
अब बताओ पति कहां पर गलत है?
नवविवाहिता ने अपने पति से प्यार जताते हुए कहा- ‘
जब आपको मालूम है कि मुझे गैस तक जलानी नहीं आती
तो आपने यह क्यों कहा कि मैं खाना बहुत बढ़िया बनाती हूं।‘
पति बोला : ‘आखिर शादी करने की कोई वजह तो बतानी ही थी।’
पति के आते ही पत्नी चहक कर बोली –
पत्नी – देखो जी,
आपके लिए नयी शर्ट लायी हूँ
पति – वाह कितने की ?
पत्नी – 2500 की साड़ी के साथ फ्री 🙂
पति 🙁 🙁 (लग गया चूना)
पति – मैं दोबारा शादी करूंगा
पत्नी – क्यों जी? क्या हुआ
पति – क्यूंकि यार
शादी वाली फोटो पे लाइक बहुत कम आये हैं
पत्नी – बेहोश 🙂 🙁
पत्नी – मै मायके तभी जाउंगी , जब आप मुझे छोड़ने आओगे
पति – मंजूर है पर वादा करो कि घर भी तुम तभी आओगी, जब मैं तुम्हे लेने आऊंगा
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सर ने क्लास में पूछा : एक महान वैज्ञानिक का नाम बताओ?
लड़का: आलिया भट्ट !
सर: छड़ी हाथ में लेकर…..यही सीखे हो?
दूसरा: ये तोतला है सर, आर्यभट्ट बोल रहा है…
एक आदमी मरकर ऊपर पहुँचा, तो स्वर्ग के द्वार पर उसे स्वयं चित्रगुप्त मिले।
चित्रगुप्त बोले, “तुम एक शर्त पर भीतर आ सकते हो।”
आदमी: कौन सी शर्त प्रभु?
चित्रगुप्त: तुम्हें एक शब्द जो कि फिरंगी जुबान का है, की स्पैलिंग ठीक-ठीक बतानी होगी।
आदमी: कौन सा शब्द है प्रभु?
चित्रगुप्त: ‘लव’।
आदमी: एल-ओ-वी-ई।
चित्रगुप्त: बहुत अच्छा, तुम भीतर आ सकते हो।
वो आदमी भीतर दाखिल हो रहा था तभी चित्रगुप्त का मोबाइल बज उठा।
चित्रगुप्त: हमें भगवान बुला रहे है, तुम एक मिनट द्वार पर निगाह रखना हम अभी लौट के आते हैं।
आदमी: जो आज्ञा प्रभु।
चित्रगुप्त: हमारी अनुपस्थिति में अगर कोई और प्राणी यहाँ पहुँच जाए तो उसको प्रवेश देने से पहले उससे भी ‘लव’ शब्द की स्पैलिंग जरुर पूछना, अगर वो भी तुम्हारी तरह स्पैलिंग ठीक बताये तो ही उसे भीतर आने देना। नहीं तो उसे सामने के द्वार से नर्क भेज देना।
आदमी: ठीक है।
इतना कह कर चित्रगुप्त चले गए और वो आदमी द्वार पर पहरा देने लगा। तभी एक स्त्री वहाँ पहुँची। वो व्यक्ति ये देखकर बहुत हैरान हुआ कि वो उसकी बीवी थी।
वो बोला, “अरे, तुम यहाँ कैसे पहुँच गयी?”
बीवी: तुम्हारे अंतिम संस्कार के बाद जब मैं श्मशान घाट से लौट रही थी तब बस ने मुझे कुचल दिया, उसके बाद जब मुझे होश आया तो मैं यहाँ खड़ी थी। अब हटो मुझे भीतर आने दो।
आदमी: ऐसे नहीं, भगवान के यहाँ के नियम के अनुसार पहले तुम्हें एक शब्द की स्पैलिंग ठीक-ठीक बतानी होगी, तभी तुम यहाँ अन्दर आ सकती हो। नहीं तो तुम्हें सामने के द्वार से नर्क जाना होगा।
बीवी: कौन सा शब्द?
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आदमी: ‘चेकोस्लोवाकिया’।